एक शाम सैनिकों के नाम: राजभवन में राज्यपाल ने किया वीरता पदक विजेताओं और पूर्व सैनिकों का सम्मान।

नैनीताल, 11 जून 2025:
राजभवन, नैनीताल में बुधवार को “एक शाम सैनिकों के नाम” कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने वीरता पदक विजेताओं, पूर्व सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के जवानों को सम्मानित किया। सैनिक कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत माहौल रहा।राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि यह कार्यक्रम उत्तराखण्ड के वीर सपूतों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा, “उत्तराखण्ड केवल देवभूमि ही नहीं, बल्कि वीरभूमि भी है। राज्य का भारतीय सेनाओं में लगभग 18 प्रतिशत योगदान यह दर्शाता है कि राष्ट्र सेवा यहां के नागरिकों के स्वभाव में रचा-बसा है।” उन्होंने कहा कि प्रत्येक पांचवां बलिदानी सैनिक उत्तराखण्ड से होता है, जो राज्य की राष्ट्रभक्ति का जीवंत प्रमाण है।राज्यपाल ने हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न “ऑपरेशन सिंदूर” का उल्लेख करते हुए भारतीय सेना की रणनीतिक क्षमता और तकनीकी दक्षता की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन भारत की सैन्य शक्ति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।पूर्व सैनिकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि वर्दी से सेवानिवृत्त होने के बाद भी उनकी राष्ट्रसेवा जारी रहती है। “पूर्व सैनिक अनुशासन, नेतृत्व और राष्ट्रभक्ति के प्रेरणास्त्रोत हैं,” उन्होंने कहा। साथ ही, उन्होंने पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं से आह्वान किया कि वे होमस्टे, शहद उत्पादन, अरोमा उद्योग तथा महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से राज्य की आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदारी निभाएं।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि “उत्तराखण्ड न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, बल्कि देश की रक्षा करने वाले वीर सपूतों की भूमि भी है। राज्यपाल जी की प्रेरणा से आयोजित यह कार्यक्रम सैनिकों के सम्मान की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।”सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी और उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया। सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी ने सभी का स्वागत किया।कार्यक्रम के दौरान कलाकारों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीतों ने उपस्थित लोगों को भावविभोर कर दिया और पूरा माहौल राष्ट्रप्रेम से सराबोर हो गया।सम्मानित सैनिक और अधिकारी:इस अवसर पर 11 राष्ट्रीय राइफल्स के कर्नल शीशपाल सिंह, 5वीं गोरखा रेजीमेंट के ले. कर्नल सुधीर सिंह कालाकोटी, पैरा रेजीमेंट के ले. कर्नल नीतीश त्यागी, ग्रेनेडियर्स रेजीमेंट के ले. कर्नल खीम सिंह सहित कुल 13 सेवारत एवं भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। मरणोपरांत सम्मान लॉन्स नायक संजय बिष्ट को प्रदान किया गया।सम्मानित अर्धसैनिक बल के जवान:एसएसबी और आईटीबीपी के कुल पांच जवानों को प्रशंसा पत्रों से नवाजा गया। इसके अलावा 7वीं बटालियन असम रेजीमेंट और 418 फील्ड कंपनी इंजीनियर्स को यूनिट प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया।कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, जीओसी उत्तर भारत एरिया लेफ्टिनेंट जनरल डी.जी. मिश्रा, सैन्य अधिकारी, कुलपति कुमाऊँ विश्वविद्यालय, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक और उनके परिवारजन उपस्थित रहे।“एक शाम सैनिकों के नाम” न केवल सम्मान का प्रतीक बना, बल्कि यह भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी सिद्ध हुआ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *