नैनीताल। पशुपालन विभाग की ओर से सोमवार को बारापत्थर क्षेत्र में एक्विन इन्फ्लूएंजा सीरम सेंपलिंग और अवेयरनेस प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसमें घोड़ा चालकों को एक्विन इन्फ्लूएंजा के बारे में जानकारी दी तथा 10 से 12 घोड़ों की सेंपलिंग की गई और सभी घोड़ों का मेडिकल चेकप भी किया गया। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ हेमा राठौर ने बताया कि एक्विन इंफ्लूएंजा एक वायरल बिमारी है जिसमें घोड़ेां को अक्सर बुखार, खांसी और नाक तथा मुंह से पानी आना आदि समस्याएं होती हैं। कहा कि घोड़े को पांच से 6 दिन तक आराम और दवा दी जाए तो वह ठीक हो जाते हैं। इस दौरान घोड़ों से काम नहीं करवाना चाहिए। अगर इस दौरान भी उनसे काम कराया जाए तो उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
इस दौरान क्षेत्र प्रसार अधिकारी अधौड़ा अनिल शर्मा, देवीधूरा दीपक कुमार, ज्योलीकोट प्रकाश सनवाल, मंगोली वीरेन्द्र बिष्ट, खुर्पाताल की लक्ष्मी आदि मौजूद रहे।
पशुपालन विभाग ने बारा पत्थर क्षेत्र में एक्विन इन्फ्लूएंजा सीरम सेंपलिंग और अवेयरनेस प्रोग्राम का किया आयोजन।
