पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में 14 साल की सजा सुनाई गई है। यह मामला पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) द्वारा दायर किया गया था, जिसमें इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर राष्ट्रीय खजाने को 19 करोड़ पाउंड (करीब 50 अरब पाकिस्तानी रुपये) का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया था।
- मामले की पृष्ठभूमि:
यह मामला 1993 में शुरू हुआ था, जब पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी से संपर्क किया था। उन्होंने एजेंसी से अनुरोध किया था कि वह पाकिस्तान के नागरिकों द्वारा ब्रिटेन में जमा की गई अवैध संपत्ति को पाकिस्तान को लौटाए।
ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी ने पाकिस्तान को 50 अरब पाकिस्तानी रुपये लौटाए थे, जो कि पाकिस्तान के नागरिकों द्वारा ब्रिटेन में जमा की गई अवैध संपत्ति थी।
- आरोप:
इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने इस पैसे का दुरुपयोग किया था। आरोप यह है कि उन्होंने इस पैसे को अपने नीजी लाभ के लिए इस्तेमाल किया था, बजाय इसके कि इसे राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाए। - सजा:
इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में 14 साल की सजा सुनाई गई है। उनकी पत्नी बुशरा बीबी को भी 7 साल की सजा सुनाई गई है। दोनों को अदियाला जेल से गिरफ्तार कर लिया गया है।
•प्रतिक्रिया
इस मामले की प्रतिक्रिया में पाकिस्तान के विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के नेताओं ने इस मामले को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है, जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेताओं ने इसे न्याय की जीत बताया है।
इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में सजा सुनाई गई है। यह मामला पाकिस्तान की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन गया है और इसके परिणाम अभी तक स्पष्ट नहीं हैं।