नैनीताल। राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिवस लड़कियों के अधिकारों और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य लड़कियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य अवसरों तक पहुंच प्रदान करने के लिए जागरूकता फैलाना है। यह दिवस लड़कियों के खिलाफ होने वाले भेदभाव और हिंसा के खिलाफ भी आवाज उठाता है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर, सरकार और गैर-सरकारी संगठन लड़कियों के अधिकारों और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन करते हैं।
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वहीं नैनीताल की मनीषा तिवारी भी महिला सशक्तिकरण का एक बेहतरीन उदाहरण है। मनीषा के पिताजी स्वर्गीय दिनेश चंद्र तिवारी और मां लीला तिवारी हैं। मनीषा की स्कूलिंग नैनीताल से ही पूरी हुई जिसके बाद उन्होंने शारदा संघ नैनीताल से 2 साल कथक का प्रशिक्षण लिया। जिसके बाद नुपुर नृत्य कला केंद्र से सात साल के प्रशिक्षण के बाद विशारद हासिल की। और फिर भातखंडे यूनिवर्सिटी से परफॉर्मिंग आर्ट्स में स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की और गोल्ड मैडलिस्ट रही। वर्तमान में वह दुबई में कथक टीचर के रूप में कार्यरत है। जो कि काफी सराहनीय है और वह नैनीताल का नाम विदेश में भी रौशन कर रही हैं।
