प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में एक बड़ी आग लगने की घटना सामने आई है। यह आग सेक्टर-19 और 20 रेलवे ब्रिज के नीचे टेंटों में लगी, जिसमें लगभग 25 टेंट जलकर खाक हो गए। आग लगने का कारण गैस सिलेंडर में आग लगना और उसके बाद विस्फोट होना बताया जा रहा है।
दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू पा लिया गया और किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है। मेला प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त निगरानी रखने का आश्वासन दिया है।
मेला क्षेत्र में सुरक्षा को और भी अधिक मजबूत करने के लिए अतिरिक्त दमकल कर्मियों की तैनाती की जाएगी और हर टेंट में आग बुझाने के उपकरण अनिवार्य किए जाएंगे। श्रद्धालुओं को आग लगने की स्थिति में सुरक्षित बाहर निकलने के रास्तों की जानकारी दी जाएगी।
अखाड़ा शिविरों में अब रखे जाएंगे पानी और रेत के मटके:
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि इतनी बड़ी आग पर समय रहते सरकार की व्यवस्था ने काबू कर लिया नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।महाकुंभ शुरू होने के पहले ही हर अखाड़े के बाहर एक फायर स्टेशन की व्यवस्था की मांग की थी। इस मांग को सरकार ने माना था और अखाड़े में भी छोटे यंत्र आग बुझाने के लगाए गए हैं। अब सभी अखाड़ों में पानी के और रेत के मटके रखे जाएंगे।
मेला प्रशासन ने इस घटना के बाद सुरक्षा के उपायों को बढ़ाने हेतु कदम उठाने का आश्वासन दिया है। टेंटों में उपयोग होने वाले गैस सिलेंडरों की नियमित जांच करने के साथ ही हर टेंट में आग बुझाने के उपकरण अनिवार्य किए जाएंगे और श्रद्धालुओं को आग लगने की स्थिति में सुरक्षित बाहर निकलने के रास्तों की जानकारी भी दी जाएगी।