ग्रीष्मकाल में वनाग्नि की घटनाओं से निपटने के लिए तैयारियां पूरी।

नैनीताल में ग्रीष्मकाल में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग ने कमर कस ली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर वन विभाग ने नैनीताल वन प्रभाग में फायर ड्रिल और जागरूकता अभियान शुरू किए हैं।

वनाग्नि रोकने के प्रयास:

– फायर ड्रिल: नैनीताल वन प्रभाग ने हल्द्वानी से नैनीताल जाने वाले मार्ग पर फायर ड्रिल की है और सड़क के दोनों तरफ से गिरे हुए पत्तों और पिरूल को हटाया गया है।
– जागरूकता अभियान: वन विभाग द्वारा वनों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
– जंगलों में आग नियंत्रण: वन विभाग की टीम जंगलों में आग को नियंत्रित करने के लिए काम कर रही है ¹।

वनाग्नि संभावित क्षेत्रों में कार्रवाई:

– वनाग्नि संभावित क्षेत्रों की पहचान: वन विभाग ने जिले के सभी वनाग्नि संभावित क्षेत्रों की पहचान की है।
– निरंतर प्रक्रिया: वन विभाग द्वारा इन क्षेत्रों में लगातार फायर ड्रिल और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।

जिला प्रशासन की भूमिका:

– निगरानी और अनुपालन: जिला प्रशासन वन विभाग के साथ मिलकर वनाग्नि रोकने के प्रयासों की निगरानी कर रहा है।
– निर्देशों का पालन: वन विभाग को वनाग्नि रोकने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

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