नैनीताल। प्रमुख सचिव डॉ. मीनाक्षी सुदंरम ने बुधवार को उत्तराखण्ड जैवप्रौद्योगिकी परिषद के क्षेत्रीय केन्द्र पटवाडांगर का भ्रमण किया। डॉ मीनाक्षी सुंदरम ने पटवाडांगर केन्द्र में संचालित किए जा रहे शोध और विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने पटवाडांगर में स्थापित हाई-टेक प्लांट टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला में विकसित किये जा रहे पौधों सहित पॉलीहाउस में विकसित की जा रही विभिन्न पौधे की प्रजातियां जैसे पीली, लाल गोभी, टमाटर, लाल पालक, नेट हाउस में विकसित किये जा रहे स्ट्राबेरी के पौधे व हाईड्रोपोनिक यूनिट का भी अवलोकन किया। पटवाडांगर केन्द्र के प्रभारी डा. सुमित पुरोहित ने प्रक्षेत्र में विकसित किये जा रहे कीवी, पिकन नट तिमूर, बड़ी इलायची के पौधों इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डा. पुरोहित ने बताया कि पटवाडांगर केन्द्र में कीवी मिशन को दृष्टिगत रखते हुए कीवी पौधों का वृहद स्तर पर उत्पादन किया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों को कीवी की खेती को बढ़ावा देना एवं उत्पादकता को प्रोत्साहित करना है। बताया कि पटवाडांगर केन्द्र में संचालित किये जा रहे शोध कार्य परिषद् निदेशक डा. संजय कुमार के मार्गदर्शन में किये जा रहे हैं। प्रमुख सचिव डॉ़ मीनाक्षी सुंदरम ने पटवाडांगर में संचालित किये जा रहे शोध कार्यों और विकास कार्यों की सराहना की।
इस दौरान परिषद के वैज्ञानिक डा. मणिन्द्र मोहन, नैनीताल जिले प्रशासन के प्रमोद कुमार, वरूणा अग्रवाल, मनीषा, मुकुल शर्मा एवं पटवाडांगर के शोधार्थी व कर्मचारी मौजूद रहे।
प्रमुख सचिव डॉ. मीनाक्षी सुंदरम ने पटवाडांगर केन्द्र का किया भ्रमण।
